Slides

Saturday, 19 November 2022

"चमक उठी सन सत्तावन में, यह तलवार पुरानी थी, बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी, खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी।" “

 अदम्य साहस एवं शौर्य की प्रतीक, प्रथम स्वाधीनता संग्राम की महान वीरांगना ‘रानी लक्ष्मीबाई’ जी की जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन। राष्ट्र के प्रति रानी लक्ष्मीबाई का समर्पण और प्रेरणादायी जीवन सदा-सर्वदा हम भारतीयों को प्रेरित करता रहेगा।


No comments:

Post a Comment